भारतीय सेना ने अग्निपथ के तहत युवाओं को भर्ती करने की प्रक्रिया में अहम बदलाव किया है। बेंगलुरु में मुख्यालय भर्ती जोन के अतिरिक्त महानिदेशक मेजर जनरल पी रमेश ने मीडिया को बताया कि जूनियर कमीशंड ऑफिसर (JCO) और दूसरे रैंक (OR) में भर्ती के लिए युवाओं को अब शारीरिक परीक्षा रैली (Physical Recruitment Rally) से पहले ऑनलाइन कॉमन इंट्रेंस एक्जाम (CEE) में बैठना होगा। इस कवायद का मुख्य मकसद रिक्रूटमेंट रैली के दौरान उम्मीदवारों की भारी भीड़ को रोकना है। कंप्यूटर आधारित सीईई देश भर में 176 स्थानों पर आयोजित की जाएगी। ऑनलाइन पंजीकरण 16 फरवरी से 15 मार्च तक खुला है।
शार्टलिस्टेड उम्मीदवारों को ही भर्ती रैली में बुलाया जाएगा
मेजर जनरल पी रमेश ने कहा, “उम्मीदवारों को अब ऑनलाइन कॉमन इंट्रेंस एक्जाम में बैठना होगा। यहां पर शार्टलिस्टेड होने पर उन्हें रिक्रूटमेंट रैली में बुलाया जाएगा। वहां उनका फिटनेस टेस्ट होगा। अंतिम दौर में उनको रैली स्थल पर मेडिकल टेस्ट के लिए आना होगा।” 2022 में उम्मीदवारों को पहले देश के विभिन्न स्थानों पर भर्ती रैलियों में भाग लेना होता था और केवल शॉर्टलिस्ट किए गए मेडिकली फिट उम्मीदवारों को ही ऑनलाइन कॉमन इंट्रेंस एक्जाम (CEE) के लिए उपस्थित होने की अनुमति दी गई थी।
बदलाव से प्रशासनिक दिक्कतें भी कम होंगी
रमेश ने कहा, “बदली गई प्रक्रिया भर्ती के दौरान उन्नत संज्ञानात्मक पहलुओं (Enhanced Cognitive Aspects) पर ध्यान केंद्रित करेगी और इसके परिणामस्वरूप पूरे देश में व्यापक और बेहतर पहुंच होगी। यह रैलियों में भर्ती होने वाली बड़ी भीड़ को भी कम करेगा और उसमें प्रशासनिक व्यवस्था भी कम होगी।
दलालों के बहकावे में नहीं आने की दी सलाह
उन्होंने कहा, “प्रक्रिया अधिक व्यवस्थित (Streamlined) हो जाएगी, उम्मीदवारों के लिए उपस्थित होना आसान होगा और देश की वर्तमान तकनीकी प्रगति के साथ तालमेल बिठाएगा। उम्मीदवार महसूस करेंगे कि न्यूनतम हस्तक्षेप के साथ प्रक्रिया पूरी तरह से आटोमेटेड हो गई है। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे दलालों के बहकावे में न आएं क्योंकि वे उनकी किसी भी तरह से मदद नहीं कर सकते। भारतीय सेना में भर्ती पूरी तरह से निष्पक्ष और योग्यता के आधार पर होती है।”